नई दिल्ली। मशहूर उद्यमी, लेखक, करियर मेंटर और मोटिवेशनल स्पीकर अंकुर वारिकू का दावा है कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के चलते अगले 15 साल में देश के 50 फीसदी शिक्षा संस्थान बंद हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि एआई जिस रफ्तार से बढ़ रही है, उससे कमजोर नींव वाले 50 फीसदी शिक्षा संस्थान बंद हो सकते हैं। यह बात अंकुर ने भारत की प्रमुख दूरस्थ शिक्षा संस्थाओं में से एक, सिम्बायोसिस सेंटर फ़ॉर डिस्टेंस लर्निंग के सिल्वर जुबली के मौके पर कही।
इस दौरान सेमिनार में “वेंट्यूरिंग इनटू द रियल वर्ल्ड” पर अंकुर ने अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि एक अर्थपूर्ण करियर बनाने के लिए सिर्फ़ स्किल्स ही नहीं, बल्कि सही सोच और दृष्टिकोण भी ज़रूरी है। वारिकू ने बताया कि कैसे बदलते दौर में खुद को प्रासंगिक बनाए रखा जाए और अपने व्यक्तिगत व पेशेवर लक्ष्यों को एक-दूसरे के साथ जोड़ा जाए।
वारिकू ने SCDL की सराहना करते हुए कहा, “यह देखकर बहुत अच्छा लगा कि अलग-अलग पृष्ठभूमियों से आए लोग यहाँ सीखने और आगे बढ़ने की जिज्ञासा लेकर इकट्ठा हुए। आज की तेज़ी से बदलती दुनिया में सबसे ज़रूरी यही है कि हम सिर्फ़ नई स्किल्स ही न सीखें बल्कि एक ऐसा माइंडसेट बनाएं जिससे हम बदलते हालात में भी खुद को ढाल सकें, जिज्ञासु रहें और दूसरों के लिए भी वैल्यू क्रिएट करें। SCDL का इस दिशा में किया गया काम और यहाँ की लर्निंग का तरीका इसी सोच के साथ मेल खाता है।”
AI के युग में भी शिक्षक का महत्व बरकरार: स्वाति मजूमदार
सिम्बायोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग (SCDL) की फाउंडर मेंबर स्वाति मजूमदार ने हाल ही में संस्थान की सिल्वर जुबली (25वीं वर्षगांठ) के मौके पर कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के इस दौर में भी एक शिक्षक के महत्व को कम नहीं आंका जा सकता है। मजूमदार ने बताया कि डिस्टेंस लर्निंग मौजूदा समय की जरूरत बन चुकी है, खासकर कोरोना काल के बाद ऑनलाइन शिक्षा का चलन तेजी से बढ़ा है। उन्होंने यह भी बताया कि सिम्बायोसिस सेंटर आने वाले समय में नए कोर्स लॉन्च करेगा। मजूमदार ने SCDL की 25 सालों की उपलब्धियों पर गर्व करते हुए कहा कि उनके संस्थान के छात्र आज कई बड़ी कंपनियों में ऊंचे मुकाम पर हैं और “उनकी सफलता ही हमारी सफलता है।”
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