Monday, July 14, 2025
HomeLatest Newsकुमार मंगलम बिड़ला USISPF बोर्ड में शामिल, भारत-अमेरिका संबंधों को मिलेगी नई...

कुमार मंगलम बिड़ला USISPF बोर्ड में शामिल, भारत-अमेरिका संबंधों को मिलेगी नई उड़ान!

मुंबई। भारत के जाने-माने उद्योगपति और आदित्य बिड़ला समूह (Aditya Birla Group) के चेयरमैन, कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) को एक बड़ी और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिली है। उन्हें अमेरिका-भारत रणनीतिक साझेदारी मंच (US-India Strategic Partnership Forum – USISPF) के निदेशक मंडल (Board of Directors) में शामिल किया गया है। यह खबर शुक्रवार को USISPF द्वारा जारी की गई, जिसने भारत-अमेरिका के आर्थिक और रणनीतिक संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ दिया है।

कार्यकारी समिति में भी निभाएंगे अहम भूमिका

सिर्फ निदेशक मंडल ही नहीं, कुमार मंगलम बिड़ला USISPF की कार्यकारी समिति (Executive Committee) के सदस्य के तौर पर भी अपनी सेवाएं देंगे। यह जिम्मेदारी दर्शाती है कि USISPF भारत और अमेरिका के बीच संबंधों को मजबूत करने में बिड़ला के अनुभव और दूरदर्शिता को कितना महत्व देता है।

इस नई भूमिका पर कुमार मंगलम बिड़ला ने अपनी खुशी और सम्मान व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “USISPF की कार्यकारी समिति में शामिल होना मेरे लिए सम्मान की बात (matter of honor) है।” उन्होंने USISPF के काम की तारीफ करते हुए कहा कि इतने कम समय में, यह मंच अमेरिका और भारत के बीच रणनीतिक और आर्थिक संबंधों को आकार देने (shaping) और उन्हें मजबूत करने (strengthening) में एक शक्तिशाली माध्यम (powerful platform) बन गया है।

बिड़ला ने आगे कहा कि दोनों देशों के बीच संवाद (dialogue), सहयोग (cooperation) और विश्वास (trust) को बढ़ावा देने के USISPF के प्रयासों ने सार्थक बदलाव (meaningful change) लाए हैं। उनका यह बयान भारत-अमेरिका रिश्तों की गहराई और उनके भविष्य की संभावनाओं को दर्शाता है।

आदित्य बिड़ला समूह का अमेरिका में बड़ा निवेश

कुमार मंगलम बिड़ला की नियुक्ति इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि आदित्य बिड़ला समूह का अमेरिका में पहले से ही काफी बड़ा फुटप्रिंट (footprint) है। यह समूह अमेरिका में सबसे बड़ा भारतीय ‘ग्रीनफील्ड’ निवेशक (Greenfield Investor) है, जिसका मतलब है कि उन्होंने वहाँ बिल्कुल नए प्रोजेक्ट्स में निवेश किया है।

अब तक, आदित्य बिड़ला समूह ने अमेरिका में 15 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग 1.25 लाख करोड़ रुपये) से अधिक का भारी-भरकम निवेश किया है। उनका परिचालन (operations) अमेरिका के 15 राज्यों में फैला हुआ है, जिसमें धातु (metals), कार्बन ब्लैक (carbon black) और रसायन (chemicals) जैसे प्रमुख क्षेत्र शामिल हैं। यह निवेश न केवल आदित्य बिड़ला समूह की वैश्विक पहुंच को दर्शाता है, बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में भारत के योगदान को भी रेखांकित करता है।

जॉन चैम्बर्स ने किया बिड़ला का स्वागत

USISPF के चेयरमैन (Chairman) और जेसी2 वेंचर्स (JC2 Ventures) के संस्थापक एवं मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO), जॉन चैम्बर्स (John Chambers) ने कुमार मंगलम बिड़ला का कार्यकारी समिति में स्वागत किया। चैम्बर्स ने विश्वास जताया कि बिड़ला के समिति में शामिल होने से USISPF को नए क्षितिज (new horizons) पर ले जाने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा, “हम इस साझेदारी को विकसित (develop) और परिभाषित (define) करना जारी रखेंगे।” चैम्बर्स का यह बयान दर्शाता है कि वे बिड़ला के अनुभव और नेतृत्व क्षमता को कितना महत्व देते हैं।

USISPF क्या है?

जिन लोगों को USISPF के बारे में जानकारी नहीं है, उनके लिए बता दें कि यह एक गैर-लाभकारी (non-profit), गैर-सरकारी (non-governmental) और गैर-पक्षपाती संगठन (non-partisan organization) है। इसके मुख्य कार्यालय वाशिंगटन डी.सी. (Washington D.C.) और भारत की राजधानी नई दिल्ली (New Delhi) में हैं।

USISPF के सदस्यों में दुनिया भर की बड़ी-बड़ी वैश्विक कंपनियां (global companies) शामिल हैं, जिनका संयुक्त बाजार मूल्यांकन (combined market capitalization) 10,000 अरब अमेरिकी डॉलर (लगभग 830 लाख करोड़ रुपये) से भी अधिक है। यह संगठन दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और रणनीतिक संबंधों को बढ़ावा देने के लिए एक सेतु का काम करता है। इसका मुख्य उद्देश्य भारत और अमेरिका के बीच आर्थिक साझेदारी को मजबूत करना है, जिससे दोनों देशों को फायदा हो।

भारत-अमेरिका संबंधों का बढ़ता महत्व

कुमार मंगलम बिड़ला जैसे दिग्गज उद्योगपति का USISPF के बोर्ड में शामिल होना भारत और अमेरिका के बीच बढ़ते रणनीतिक और आर्थिक संबंधों का एक और प्रमाण है। हाल के वर्षों में, दोनों देशों के बीच सहयोग कई क्षेत्रों में बढ़ा है, जिनमें व्यापार, रक्षा, प्रौद्योगिकी और शिक्षा शामिल हैं।

यह साझेदारी न केवल दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि वैश्विक स्थिरता और विकास में भी अहम भूमिका निभाती है। बिड़ला की नियुक्ति से उम्मीद है कि व्यापारिक संबंधों में और अधिक गति आएगी, जिससे दोनों देशों के व्यवसायों और लोगों को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा। यह कदम ‘मेक इन इंडिया’ (Make in India) और ‘आत्मनिर्भर भारत’ (Atmanirbhar Bharat) जैसी पहलों को भी बढ़ावा दे सकता है, क्योंकि यह अमेरिकी कंपनियों को भारत में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करेगा।

कुल मिलाकर, कुमार मंगलम बिड़ला का USISPF निदेशक मंडल में शामिल होना भारत-अमेरिका संबंधों के लिए एक सकारात्मक संकेत है, जो भविष्य में और मजबूत साझेदारी की नींव रखेगा।

 

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -
Google search engine

Most Popular

Recent Comments