नई दिल्ली। भारत के सबसे प्रतिष्ठित शिक्षा संस्थानों में से एक, बिट्स पिलानी (BITS Pilani), शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा विस्तार करने जा रहा है। संस्थान ने आंध्र प्रदेश के अमरावती में एक अत्याधुनिक ‘AI+ कैंपस’ (Artificial Intelligence Plus Campus) सहित अपनी विस्तार योजनाओं पर 2,200 करोड़ रुपये से अधिक का विशाल निवेश करने की घोषणा की है। यह निवेश अगले पांच सालों में किया जाएगा। यह जानकारी बिट्स पिलानी के कुलाधिपति (Chancellor) और जाने-माने उद्योगपति कुमार मंगलम बिड़ला (Kumar Mangalam Birla) ने रविवार को संस्थान के 2025 के दीक्षांत समारोह (convocation ceremony) में दी।
राष्ट्र निर्माण और ज्ञान महाशक्ति बनने का विजन
कुमार मंगलम बिड़ला ने बिट्स पिलानी की तीन बदलावकारी पहल के साथ राष्ट्र निर्माण के प्रति अपनी और संस्थान की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत 10,000 अरब डॉलर की अर्थव्यवस्था (trillion-dollar economy) और एक ज्ञान महाशक्ति (knowledge superpower) बनने की आकांक्षा रखता है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने में उच्च शिक्षा संस्थानों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, और बिट्स पिलानी इस दिशा में अपना योगदान देने के लिए तैयार है। यह निवेश न केवल शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाएगा, बल्कि देश के तकनीकी और आर्थिक विकास में भी सहायक होगा।
‘प्रोजेक्ट विस्तार’ – क्षमता निर्माण का महाअभियान
कुमार मंगलम बिड़ला ने जिस पहली पहल की घोषणा की, वह है ‘प्रोजेक्ट विस्तार’ (Project Vistaar)। इसके तहत बड़े पैमाने पर क्षमता निर्माण किया जाएगा। उन्होंने कहा, “यह परियोजना बिट्स पिलानी के इतिहास में सबसे महत्वाकांक्षी भौतिक विस्तार (physical expansion) में से एक है।” इस विस्तार के पहले चरण के लिए निर्धारित कुल निवेश 1,200 करोड़ रुपये से अधिक है।
इस परियोजना के तहत, बिट्स पिलानी के मौजूदा परिसरों – पिलानी (राजस्थान), हैदराबाद (तेलंगाना) और गोवा को शामिल किया जाएगा। इसका मकसद इन परिसरों में नए शैक्षणिक ब्लॉक (academic blocks), अत्याधुनिक अनुसंधान सुविधाएं (state-of-the-art research facilities), छात्रावास (hostels), संकाय आवास (faculty housing) और अन्य आवश्यक सुविधाओं का विकास करना है। इन सुविधाओं के उन्नयन से छात्रों और शिक्षकों दोनों को एक बेहतर लर्निंग (learning) और रिसर्च (research) वातावरण मिलेगा। बिड़ला ने बताया कि कुल मिलाकर, इस अवधि में सभी बिट्स पिलानी परिसरों में कुल छात्र संख्या 18,700 से बढ़कर लगभग 26,000होने की उम्मीद है। यह भारत में उच्च शिक्षा की बढ़ती मांग को पूरा करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
‘अमरावती में AI+ कैंपस’ – भविष्य की शिक्षा का केंद्र
दूसरी और सबसे महत्वपूर्ण पहल “अमरावती में AI+ कैंपस” की स्थापना है। बिट्स पिलानी 1,000 करोड़ रुपये के निवेश से आंध्र प्रदेश के अमरावती में एक अनूठा ‘AI+’ परिसर स्थापित करने के लिए तैयार है। यह नया कैंपस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और उससे जुड़े क्षेत्रों पर विशेष ध्यान केंद्रित करेगा।
‘AI+’ का मतलब केवल AI पढ़ाना नहीं, बल्कि यह सुनिश्चित करना है कि AI को विभिन्न विषयों और उद्योगों में कैसे एकीकृत (integrated) किया जाए। यह कैंपस अत्याधुनिक प्रयोगशालाओं, अनुसंधान केंद्रों और उद्योग-अकादमिक सहयोग (industry-academia collaboration) पर जोर देगा। इसका उद्देश्य अगली पीढ़ी के उन पेशेवरों को तैयार करना है जो AI की शक्ति का उपयोग करके जटिल समस्याओं को हल कर सकें और नवाचार को बढ़ावा दे सकें। यह भारत को AI और तकनीकी अनुसंधान के क्षेत्र में वैश्विक लीडर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
‘बिट्स पिलानी डिजिटल’ – ऑनलाइन शिक्षा में क्रांति
तीसरी पहल ‘बिट्स पिलानी डिजिटल’ (BITS Pilani Digital) है, जो ऑनलाइन और डिजिटल शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान की उपस्थिति को मजबूत करेगी। अगले पांच साल के दौरान, बिट्स पिलानी डिजिटल 32 नए कार्यक्रम शुरू करेगा। इनमें 11 डिग्री (degree) कार्यक्रम और 21 सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम (certificate courses) शामिल होंगे।
यह पहल दूरस्थ शिक्षा (distance learning) के बढ़ते महत्व को दर्शाती है, खासकर उन पेशेवरों और छात्रों के लिए जो लचीले (flexible) और ऑनलाइन माध्यम से उच्च शिक्षा प्राप्त करना चाहते हैं। ये डिजिटल कार्यक्रम विभिन्न विषयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे, जिससे देश के कोने-कोने में शिक्षा की पहुंच बढ़ेगी और लाखों लोगों को कौशल विकास (skill development) का अवसर मिलेगा। यह ऑनलाइन लर्निंग के माध्यम से ‘लाइफलोंग लर्निंग’ (lifelong learning) के कॉन्सेप्ट को भी बढ़ावा देगा।
शैक्षिक और तकनीकी भविष्य में बिट्स पिलानी की भूमिका
बिट्स पिलानी द्वारा किया जा रहा यह 2,200 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश भारत के शैक्षिक और तकनीकी परिदृश्य को बदलने की क्षमता रखता है। ‘प्रोजेक्ट विस्तार’ के माध्यम से भौतिक बुनियादी ढांचे को मजबूत करना, अमरावती में एक अत्याधुनिक ‘AI+ कैंपस’ स्थापित करना, और ‘बिट्स पिलानी डिजिटल’ के तहत ऑनलाइन शिक्षा का विस्तार करना – ये सभी पहलें संस्थान को 21वीं सदी की जरूरतों के लिए तैयार करती हैं।
यह निवेश भारत को एक ज्ञान-आधारित अर्थव्यवस्था (knowledge-based economy) और वैश्विक नवाचार केंद्र (global innovation hub) बनने के उसके लक्ष्य को प्राप्त करने में मदद करेगा। बिट्स पिलानी जैसी संस्थाओं का यह कदम देश के लिए उच्च गुणवत्ता वाले इंजीनियर, वैज्ञानिक और नवोन्मेषक तैयार करेगा, जो भारत की विकास गाथा में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।