नई दिल्ली। नई दिल्ली में शुक्रवार को इंडिया हेल्थ एग्ज़िबिशन 2025 शुरु हो गई है। तीन दिवसीय आयोजन 13 जुलाई तक चलेगा। यह कार्यक्रम देश में हेल्थकेयर और मेडिकल टेक्नोलॉजी (मेडटेक) सेक्टर की तेज़ी से बढ़ती ज़रूरतों और संभावनाओं को दर्शाता है। इनफॉर्मा मार्केट्स द्वारा आयोजित इंडिया हेल्थ 2025 का यह संस्करण स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र की संपूर्ण श्रृंखला को समेटे हुए है और इसमें 300 से अधिक अग्रणी ब्रांड एकत्र हुए हैं—जिनमें चिकित्सा उपकरण, डायग्नॉस्टिक्स, ऑर्थोपेडिक्स, स्वास्थ्य आईटी सिस्टम्स, बुनियादी ढांचा और वेलनेस सॉल्यूशंस शामिल हैं।
इस आयोजन में 8,000 से अधिक पेशेवरों के भाग लेने की उम्मीद है, जिनमें बायोमेडिकल इंजीनियर, रेडियोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट, अस्पतालों के खरीद प्रमुख, क्लिनिशियन, अनुसंधान एवं विकास विशेषज्ञ तथा चिकित्सा प्रौद्योगिकी के नियामक शामिल हैं। इस बार प्रतिभागियों में 95 फीसदी घरेलू और 5 फीसदी अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधित्व है। अंतरराष्ट्रीय सहभागिता में इटली, यूएई और इथियोपिया जैसे देशों की भागीदारी विशेष उल्लेखनीय रही।
मेडिकल लैबोरेटरी पेवेलियन प्रस्तुत किया
स्टार्टअप इंडिया मिशन पर केंद्रित एक विशेष सेक्शन के तहत इस वर्ष एक समर्पित स्टार्टअप और मेडिकल लैबोरेटरी पेवेलियन प्रस्तुत किया गया है, जो नवाचारों को बढ़ावा देने के साथ-साथ उद्यमशील युवाओं को मंच प्रदान करता है। इसके साथ ही, आयोजकों ने एक नया B2B मैचमेकिंग ऐप लॉन्च किया है, जो खरीदारों और विक्रेताओं के बीच कारोबारी मेलजोल को तेज़, सुविधाजनक और लक्ष्य-उन्मुख बनाने में मदद करेगा।
अनुमान है कि वित्त वर्ष 2025–26 में इस क्षेत्र में नौकरियों में 15–20% की बढ़ोतरी होगी, जो इस बात का संकेत है कि तकनीक-आधारित हेल्थकेयर समाधानों की मांग लगातार बढ़ रही है और स्वास्थ्य सेवाओं में टेक्नोलॉजी का उपयोग तेज़ी से बढ़ रहा है। उद्घाटन समारोह में कई प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति रही।
मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. जितेन्द्र शर्मा (प्रबंध निदेशक व संस्थापक सीईओ, AMTZ), डॉ. गिरधर ज्ञानी (महानिदेशक, एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया), राजीव नाथ (एमडी, हिंदुस्तान सिरिंज एंड मेडिकल डिवाइस लिमिटेड और फोरम कोऑर्डिनेटर, AIMED), वीणा कोहली (सीईओ, वेंगार्ड डायग्नोस्टिक्स, पूर्व अध्यक्ष – ADMI), हिमांशु बैद (एमडी, पॉली मेडिक्योर और वाइस प्रेसिडेंट, नैटहेल्थ), योगेश मुद्रास (एमडी, इनफॉर्मा मार्केट्स इंडिया), गोप मेनन (सीएफओ, इनफॉर्मा मार्केट्स IMEA) और राहुल देशपांडे (सीनियर ग्रुप डायरेक्टर, इनफॉर्मा मार्केट्स इंडिया) जैसे गणमान्य लोग भी उपस्थित थे।
मेडिकल टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी पर दिया जोर
विशाखापत्तनम स्थित आंध्र प्रदेश मेडटेक ज़ोन (AMTZ) में दुनिया की पहली समर्पित मेडिकल टेक्नोलॉजी यूनिवर्सिटी शुरू होने जा रही है। इसकी घोषणा एएमटीज़ेड के प्रबंध निदेशक, संस्थापक और सीईओ डॉ. जितेंद्र शर्मा ने की। यह नवाचार आधारित संस्था M.Tech, MBA और Ph.D. जैसे उच्च स्तरीय डिग्री कार्यक्रमों की पेशकश करेगी, जिसका उद्देश्य मेडिकल टेक्नोलॉजी क्षेत्र में कौशल विकास को एक नई दिशा देना है।
इस ऐतिहासिक पहल को कई प्रमुख उद्योग नेताओं का समर्थन प्राप्त है, जिनमें शामिल हैं: श्री राजीव नाथ (मैनेजिंग डायरेक्टर, हिंदुस्तान सिरिंजेस एंड मेडिकल डिवाइसेज़ लिमिटेड व फोरम कोऑर्डिनेटर, AIMED), श्री सुरेश वज़ीरानी (फाउंडर चेयरमैन, एरबा ट्रांसएशिया) और डॉ. गिरधर ज्ञानी (महानिदेशक, एसोसिएशन ऑफ हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स इंडिया – AHPI)।
यह यूनिवर्सिटी नवाचार, अनुसंधान और उच्च गुणवत्ता वाली मैन्युफैक्चरिंग विशेषज्ञता के लिए एक वैश्विक केंद्र के रूप में कार्य करेगी। उद्योग, शिक्षा और नियामक संस्थानों के बीच मज़बूत सहयोग के ज़रिए यह पहल भारत को आत्मनिर्भर बनाएगी, मेडटेक निर्यात को बढ़ावा देगी और देश को एडवांस मेडिकल डिवाइस मैन्युफैक्चरिंग का वैश्विक हब बनाने में मदद करेगी।
भारत का मेडिकल टूरिज़्म बाज़ार भी नई ऊंचाई पर
इनफॉर्मा मार्केट्स इंडिया के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा, “स्वास्थ्य सेवा हमेशा से भारत की प्राथमिकताओं में रही है—और अब यह क्षेत्र निर्णायक बदलाव के दौर से गुजर रहा है। तेजी से बढ़ती आबादी, सक्रिय सरकारी नीतियों और अपनी-देखभाल पर बढ़ते फोकस के चलते यह सेक्टर वर्ष 2030 तक अनुमानित 638 अरब डॉलर के आकार तक पहुँचने की ओर अग्रसर है। भारत का मेडिकल टूरिज़्म बाज़ार भी 16.21 अरब डॉलर तक पहुँचने की राह पर है, जो वैश्विक स्वास्थ्य यात्रियों के लिए भारत को एक प्रमुख गंतव्य बना रहा है।”
उन्होंने आगे कहा, “WHX दुबई की समृद्ध विरासत से प्रेरित, इंडिया हेल्थ एग्ज़िबिशन नीति, नवाचार और उद्यमशीलता को एक साझा मंच पर लाता है—जहां केंद्र में भारत है। इस वर्ष, हमारे दोहरे ट्रैक वाले सम्मेलन, जैसे ‘ग्लोबल मेडटेक कनेक्ट’, गहन संवाद को बढ़ावा देंगे और भविष्य उन्मुख चर्चाओं का मार्ग प्रशस्त करेंगे। साथ ही, ‘इंडिया हेल्थनेक्स्ट अवॉर्ड्स’ की शुरुआत के माध्यम से हम हेल्थकेयर वैल्यू चेन में उत्कृष्टता को पहचानने और प्रोत्साहित करने की अपनी दीर्घकालिक प्रतिबद्धता को और मजबूत कर रहे हैं।”